व्यवहार मृदु रख सबको ही,हम निज परिजन बनाएं, रहें सब ही मिल -जुल के, हंसें और हंसाएं। व्यवहार मृदु रख सबको ही,हम निज परिजन बनाएं, रहें सब ही मिल -जुल के, हंसें और ...
वो अहसास भी क्या अजब था बिन छुए भी तेरा छूना ग़ज़ब था। वो अहसास भी क्या अजब था बिन छुए भी तेरा छूना ग़ज़ब था।
हालांकि अकेले खड़े हैं उसके साथ ... हालांकि अकेले खड़े हैं उसके साथ ...
लकीरें हाथ में जो हैं, पुरानी हैं लकीरें हाथ में जो हैं, पुरानी हैं
माँ का आँचल समा जाते हैं जिसमें कई देश, कितनी ही नदियाँ उसी आँचल से छनकर आती हैं माँ का आँचल समा जाते हैं जिसमें कई देश, कितनी ही नदियाँ उसी आँचल से छनकर आती हैं
क्या ऐसे ही पैदा हुए थे या, हमने ऐसा बना डाला? मर्द को दर्द नहीं होता, कह संवेदना क क्या ऐसे ही पैदा हुए थे या, हमने ऐसा बना डाला? मर्द को दर्द नहीं होता, ...